
। । अगले दिन सुबह । ।
ज्हानवी अपनी पीठ में एक्सट्रीम दर्द की वजह से कराह उठी, उसने बैठने की कोशिश की लेकिन बुरी तरह नाकाम रही क्योंकि जयराज ने उसके ऊपरी शरीर पर एक्स्ट्रा दबाव डाला और अपना चेहरा उसके ब्रेस्ट** में और अधिक दबा दिया, ज्हानवी ने मुस्कुराते हुए अपनी उंगलियाँ उसके बालों में घुमाई और बार- बार उसके माथे पर हल्के किसेज दिए जिससे वह कराह उठा था...

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